मुश्किल चाहे कितनी भी बड़ी हो
टूटने के लिए बनी होती है
खुशी के छोटे-छोटे पलों की तरह
वो भी छोटे-छोटे टुकड़ों से जुड़ी होती है
समय और समझ का फेर होता है
मुश्किलों को तोड़ना भी एक खेल होता है
लक्ष्य पर रख नजर
और बस बढ़ता चल
कोई नहीं यहां तेरे सिवा
जो तुझे रोक सकता है
कर खुद पर विश्वास
तू हर मुश्किल को तोड़ सकता है
No comments:
Post a Comment